मध्य प्रदेश सरकार ने SC-ST सब-प्लान के पैसे का उपयोग मंदिरों और गोशालाओं को विकसित करने के लिए करने का विवादास्पद निर्णय लिया है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, गौ कल्याण के नाम पर 252 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जिसमें से 95.76 करोड़ रुपये SC-ST सब-प्लान से डायवर्ट किए गए हैं।
SC-ST बजट की चोरी : एमपी सरकार ने SC-ST Sub Plan का पैसा मंदिरों और गोशालाओं को विकसित करने में खर्च का फैसला किया है। ख़बर के मुताबिक़ गौ कल्याण के लिए कुल 252 करोड़ रुपये आवंटित किए गए जिसमें से 95.76 करोड़ रुपये SC-ST सब-प्लान से डायवर्ट किए गए।
— The News Beak (@TheNewsBeak) July 24, 2024
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जुलाई में पेश किए गए बजट के अनुसार, एमपी सरकार ने श्रीदेवी महालोक, सीहोर के सलकानपुर, सागर के संत श्री रविदास महालोक, ओरछा के राजा राम महालोक, रामचंद्र वनवासी महालोक चित्रकूट और ग्वालियर में अटल बिहारी वाजपेयी स्मारक को विकसित करने के लिए कुल 109 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। लेकिन खबरों के मुताबिक, इस कुल 109 करोड़ रुपये में से लगभग आधा पैसा SC-ST सब-प्लान से डायवर्ट किया गया है।
यह कदम सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में उठाए गए सरकारी प्रयासों पर सवाल खड़ा करता है। विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के कदम SC-ST समुदायों के लिए आरक्षित बजट की चोरी के समान हैं और इससे समाज के कमजोर वर्ग के अधिकारों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
एमपी सरकार ने इस निर्णय पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और चर्चा होने की संभावना है। यह घटना सरकारी बजट के उपयोग की पारदर्शिता और जिम्मेदारी पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।