उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस घटना में एक पिटबुल डॉग ने खुले में टॉयलेट कर रहे पेशे से वकील पर हमला कर दिया और वकील का प्राइवेट पार्ट काट लिया। बताया जा रहा है कि यह पिटबुल डॉग स्थानीय ब्लॉक प्रमुख का है।
घटना के अनुसार, वकील (नाम गोपनीय रखा गया है) अपनी दिनचर्या के अनुसार सुबह के समय खुले में टॉयलेट करने गए थे। इसी दौरान अचानक से एक पिटबुल डॉग ने उन पर हमला कर दिया। पिटबुल ने पहले तो उनके शरीर पर कई जगह काटा, फिर उनके प्राइवेट पार्ट को भी बुरी तरह से घायल कर दिया। वकील की चीखें सुनकर आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और किसी तरह पिटबुल को वकील से अलग किया। गंभीर रूप से घायल वकील को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस को इस घटना की सूचना दी गई और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पिटबुल को पकड़ने की कोशिश की। जांच के दौरान पता चला कि यह पिटबुल डॉग स्थानीय ब्लॉक प्रमुख का है। ब्लॉक प्रमुख के घर पर पहुंचकर पुलिस ने उनसे पूछताछ की और मामले की पूरी जानकारी ली। ब्लॉक प्रमुख ने स्वीकार किया कि डॉग उनका है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि डॉग आमतौर पर शांत स्वभाव का है और उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह इस तरह की हिंसक हरकत करेगा।
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। पिटबुल जैसे खतरनाक डॉग को पालतू बनाने और उसे खुला छोड़ने को लेकर लोगों में आक्रोश भी है। वकील के परिवार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है और ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
बाराबंकी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पिटबुल को पकड़ लिया गया है और उसे वन विभाग के हवाले कर दिया गया है। ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।
वकील की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें लखनऊ के एक बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, वकील को ठीक होने में काफी समय लग सकता है और आगे की चिकित्सा प्रक्रियाओं की आवश्यकता हो सकती है।
इस घटना ने लोगों को एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि पालतू जानवरों की सुरक्षा और उनके नियंत्रण को लेकर हमें कितना सतर्क रहना चाहिए। स्थानीय प्रशासन से भी लोगों ने अपील की है कि वे ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।