सांकेतिक चित्र
हरदोई जिले के थाना सांडी के ग्राम सुगवा में एक दर्दनाक और अमानवीय घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। अनुसूचित जाति की एक नाबालिग लड़की के साथ अवैध संबंध बनाने के बाद, उसे गर्भवती करने और जबरन अबॉर्शन के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद, पूर्व प्रधान बलरामपाल ने जेसीबी मशीन का इस्तेमाल कर लड़की के शव को तालाब में दबा दिया। इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले आरोपी विजय कुमार सिंह और पूर्व प्रधान बलरामपाल की गिरफ्तारी के लिए पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
ग्राम सुगवा की नाबालिग लड़की के साथ विजय कुमार सिंह ने अवैध संबंध बनाए। इन अवैध संबंधों के परिणामस्वरूप लड़की गर्भवती हो गई। जब लड़की ने इस बारे में विजय को बताया, तो उसने और उसके साथी पूर्व प्रधान बलरामपाल ने मिलकर अबॉर्शन करवाने का फैसला किया। लड़की पर दबाव डालकर और धमकियां देकर जबरन अबॉर्शन करवाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मृत्यु के बाद, बलरामपाल ने जेसीबी मशीन की मदद से लड़की के शव को तालाब में गाड़ दिया ताकि अपराध छिपाया जा सके। जब लड़की के परिवार को इस बात की जानकारी हुई, तो उन्होंने गांव और प्रशासन में हड़कंप मचा दिया।
इस घटना के बाद से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। शव को तालाब से बाहर निकालने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
हरदोई जिले के थाना सांडी के ग्राम सुगवा में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। अनुसूचित जाति की एक नाबालिग लड़की के साथ विजय कुमार सिंह ने अवैध संबंध बनाए, जिससे लड़की गर्भवती हो गई। जबरदस्त दबाव में, दबंग विजय कुमार सिंह और पूर्व प्रधान बलरामपाल ने लड़की का अबॉर्शन करवाया, जिसके बाद… pic.twitter.com/dkGZPOB1fI
— अभिनय (@siyaramsiya777) July 23, 2024
यह घटना न केवल एक जघन्य अपराध है बल्कि समाज में व्याप्त जातिगत और लैंगिक भेदभाव की भी पोल खोलती है। अनुसूचित जाति की एक नाबालिग लड़की के साथ ऐसा अत्याचार करना, न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि मानवता के खिलाफ भी एक बड़ा अपराध है।
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। गांव के लोगों ने भी इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना हमारे समाज में व्याप्त गहरे जातिगत और लैंगिक भेदभाव की एक बानगी है। हमें इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क और जागरूक रहना होगा और समाज में समानता और न्याय की स्थापना के लिए प्रयास करना होगा। इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि हमें अपने समाज को और भी अधिक संवेदनशील और जागरूक बनाने की जरूरत है।