सांकेतिक चित्र
जयपुर: राजस्थान के जयपुर में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां पुलिसकर्मियों ने कांवड़ियों के साथ न केवल गाली-गलौज किया, बल्कि थप्पड़ों की बौछार भी की। यह शर्मनाक घटना जयपुर के एक थाने के सामने घटित हुई, जहां कैमरे के सामने आस्था का इस कदर अपमान किया गया कि यह पूरे समाज के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कांवड़ियों को थाने लाने के बाद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ न केवल बदसलूकी की, बल्कि उन्हें गालियाँ भी दीं। इसके बाद, उन्होंने खुलेआम मारपीट की और थप्पड़ों की बौछार की। इस घटना ने न केवल कांवड़ियों को बल्कि हिंदू आस्था को भी गहरी ठेस पहुँचाई है।
एक-दो-तीन, ये थप्पड़ों की बौछार कांवड़िए पर नहीं बल्कि हिंदू आस्था पर हुई। थाने के आगे कैमरे के सामने आस्था से ऐसा खिलवाड़? ऐसा दुर्व्यवहार? पहले कांवड़ियों को थाने लाया, उनके साथ गाली-गलौज किया फिर खुलेआम मारपीट?
— Shubham Shukla (@ShubhamShuklaMP) July 29, 2024
सवाल तो ये है कि क्या ये पुलिसकर्मी कांवड़ियों के प्रति… pic.twitter.com/NAKHf18FNU
थाने के बाहर हुए इस अमानवीय व्यवहार को देखकर कई लोगों ने सवाल उठाया है कि क्या ये पुलिसकर्मी कांवड़ियों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित थे? पहले तो इस घटना को किसी गुंडई का मामला समझा गया, लेकिन जब पता चला कि इसमें शामिल लोग पुलिसकर्मी हैं, तो मामला और भी गंभीर हो गया।
स्थानीय निवासी और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और पुलिस की इस शर्मनाक हरकत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने न केवल कानून की मर्यादा को ताक पर रखा, बल्कि आस्था और धार्मिक भावनाओं का भी अपमान किया है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और धार्मिक नेताओं ने राज्य सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से समाज में असंतोष और तनाव फैलता है, और इससे कानून व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लगता है।
इस घटना ने यह भी सवाल उठाया है कि क्या पुलिसकर्मियों का इस प्रकार का व्यवहार समाज में सांप्रदायिक भावनाओं को उत्तेजित करने का कारण बन सकता है। यह घटना पुलिस की कार्यशैली और उनके पेशेवर आचरण पर भी सवाल खड़ा करती है, और समाज के एक महत्वपूर्ण हिस्से की भावनाओं के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता की ओर इशारा करती है।