सांकेतिक चित्र
भीलवाड़ा, राजस्थान: भीलवाड़ा जिले के बारणी विद्यालय में शिक्षक कैलाश जोशी द्वारा 7वीं कक्षा की दलित छात्रा संजू नायक के साथ बेरहमी से मारपीट की घटना सामने आई है। इस घटना के बाद छात्रा की हालत गंभीर हो गई है और उसे इलाज के लिए अजमेर रैफर किया गया है। यह घटना राजस्थान में दलित और आदिवासी लोगों के प्रति हो रहे भेदभाव की एक और कड़ी साबित होती है।
भीलवाड़ा के बारणी विद्यालय में शिक्षक कैलाश जोशी ने 7 वी कक्षा की दलित छात्रा संजू नायक के साथ बेरहमी से की मारपीट छात्रा की हालत गंभीर अजमेर किया रैफर किया गया, @madandilawar यह व्यक्ति शिक्षक कहने लायक नहीं है,! pic.twitter.com/xgi0CFhWcL
— Banwari Lal - Bairwa (Civil Engineer) (@B_L__VERMA) July 28, 2024
संजू नायक, जो एक दलित समुदाय से आती हैं, के साथ हुई यह मारपीट उस समय हुई जब उन्होंने अपने शिक्षक से कुछ सवाल पूछे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कैलाश जोशी ने छात्रा को सार्वजनिक रूप से पीटा, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना स्कूल के भीतर शैक्षिक माहौल की गंभीर स्थिति को उजागर करती है।
राजस्थान में इस तरह की घटनाएं असामान्य नहीं हैं। दलित और आदिवासी समुदाय के लोगों को समाज के विभिन्न हिस्सों में भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। यह घटना ऐसे समय पर आई है जब समाज में समानता और न्याय की मांग बढ़ रही है। संजू नायक की हालत को देखकर लगता है कि समाज में संवेदनशीलता और समझदारी की कमी है।
सरकारी अधिकारियों और शिक्षा विभाग को इस घटना का सख्ती से संज्ञान लेना चाहिए और दोषी शिक्षक के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। दलित समुदाय के लोगों की पहले से ही आर्थिक और सामाजिक स्थिति बहुत खराब है, और ऐसे में उन्हें और प्रताड़ित करना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। राज्य सरकार को इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और शैक्षिक संस्थानों में हर छात्र को समान सम्मान और सुरक्षा प्राप्त हो।
इस मामले में नागरिक समाज और मानवाधिकार संगठनों को भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। केवल सरकार की कार्रवाई से समस्या का समाधान नहीं होगा; समाज को भी इस भेदभाव और हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज उठानी होगी।