एलोन मस्क के हालिया खुलासे ने पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है। उन्होंने दावा किया है कि वैक्सीन माफिया और लिबरल्स ने उनके बेटे जेवियर की जानबूझकर हत्या कर दी थी। मस्क का कहना है कि वे इन फर्जी लिबरल्स के खिलाफ जिंदगी भर लड़ाई जारी रखेंगे।
मस्क के इस खुलासे ने भारतीय राजनीति में भी हलचल मचा दी है। भारतीयों को मोदी सरकार का धन्यवाद देना चाहिए कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की आलोचनाओं के बावजूद, मोदी सरकार ने एस्ट्रेजनेका, जॉनसन एंड जॉनसन और अन्य अमेरिकी वैक्सीन कंपनियों को भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी।
एलोन मस्क के खुलासे ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) July 23, 2024
और भारतीयों को मोदी का धन्यवाद देना चाहिए कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल चिल्लाते रहे कि मोदी एस्ट्रेजनेका जॉनसन एन्ड जॉनसन और अमेरिका की दूसरी वैक्सीन कंपनियों को भारत में लाने की मंजूरी क्यों नहीं दे रहे
दिल्ली सरकार… pic.twitter.com/OIzp5QWqzA
दिल्ली सरकार ने जॉनसन एंड जॉनसन से करार भी कर लिया था, लेकिन केंद्र सरकार ने मंजूरी नहीं दी। भारत में या तो भारतीय कंपनियों की वैक्सीन लगाई गई या फिर ऑक्सफोर्ड की, जो भारत में विकसित की गई थी।
मस्क ने खुलासा किया कि कोविड के समय उनके बेटे को भ्रमित किया गया और कई दस्तावेजों पर झूठ बोलकर साइन करवाए गए। उनका कहना है कि अस्पताल, जो एक दवा कंपनी का रिसर्च सेंटर था, ने उनसे कहा कि अगर उनके बेटे को प्यूबर्टी ब्लॉकर्स नहीं दिए गए तो वह आत्महत्या कर लेगा। मस्क को लगा कि उनके बेटे को वैक्सीन दी जा रही है, लेकिन वास्तव में उसे जेंडर चेंज करने के लिए ऑक्सीटोसिन हार्मोनल इंजेक्शन दिए जा रहे थे।
मस्क ने यह भी कहा कि लिबरल लोगों ने उनके बेटे को इसलिए टारगेट किया ताकि वे दुनिया को दिखा सकें कि एलोन मस्क का बेटा सेक्स चेंज कर महिला बन गया। उनका मानना है कि ये लोग चाहते थे कि अन्य अमेरिकी लोग भी ऐसा करें और अमेरिका का समाज बर्बाद हो जाए।
मस्क ने इन लिबरल्स को राक्षस करार दिया और कहा कि उनके बेटे की मौत के बाद उन्होंने ठान लिया है कि वे इन घटिया लोगों के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
मस्क का यह खुलासा चौंकाने वाला है और यह सोचने पर मजबूर करता है कि अगर वैक्सीन माफिया इतने बड़े आदमी के बेटे के साथ ऐसा कर सकते हैं, तो आम आदमी की क्या औकात होगी।