गोड्डा (झारखंड): सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड में आदिवासी जनसंख्या में तेजी से कमी के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को जिम्मेदार ठहराया है। उनके अनुसार, 2000 में झारखंड में आदिवासी जनसंख्या 36% थी, जो अब घटकर 26% रह गई है। दुबे ने दावा किया है कि बांग्लादेशी घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से विवाह कर उन्हें मुस्लिम बना रहे हैं, जिसके कारण गांव-गांव मुस्लिम बहुल होते जा रहे हैं।
दुबे ने कहा, "झारखंड में 25 सीटों पर मुस्लिम आबादी 123% तक बढ़ गई है। यह स्थिति चिंताजनक है।" उन्होंने सरकार से मांग की कि मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, साहिबगंज, किशनगंज, और कटिहार को केंद्र शासित प्रदेश (UT) घोषित किया जाए ताकि वहां की स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके।
2000 में झारखंड में 36% आदिवासी थे।
— Panchjanya (@epanchjanya) July 25, 2024
आज झारखंड में 26% आदिवासी बचे हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से शादी कर उन्हें मुसलमान बना रहे हैं।
गांव के गांव मुस्लिम बाहुल्य होते जा रहे हैं।
25 सीटों पर मुस्लिम आबादी 123% तक बढ़ी है।
मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, साहिबगंज,… pic.twitter.com/nHyvl3sOmW
सांसद ने NRC (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स) को लागू करने की भी मांग की और आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा-मुर्शिदाबाद से लोग झारखंड आकर हिंदुओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
झारखंड में आदिवासी जनसंख्या की इस कमी को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों और समाजिक संगठनों में चिंता व्यक्त की जा रही है। इस मुद्दे पर सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।