नई दिल्ली: भाजपा सरकार के भविष्य को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए गए हैं। भाजपा की सहयोगी दल में शामिल जयंत चौधरी ने कांवड़ मार्ग पर दुकानों पर नाम लिखने के सरकारी आदेश का खुला विरोध किया है। ट्विटर पर ट्वीट करते हुए भानु नन्द ने कहा, "मैंने कहा था केंद्र में भाजपा सरकार 5 साल नहीं चल पाएगी, रुझान आने अभी से शुरू हो गए हैं।"
भानु नन्द के इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। जयंत चौधरी के इस कदम से भाजपा और उसके सहयोगी दलों के बीच असहमति की खबरे सामने आने लगी हैं। जयंत चौधरी ने अपने बयान में कहा कि कांवड़ मार्ग पर दुकानों पर नाम लिखने का सरकारी आदेश अनुचित है और इससे समाज में असंतोष बढ़ सकता है। उन्होंने कहा, "इस तरह के आदेशों से समाज में विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है और यह लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत है।"
मैंने कहा था केंद्र मैं भाजपा सरकार 5 साल नहीं चल पाएगी, रुझान आने अभी से शुरू हो गए।
— Bhanu Nand (@BhanuNand) July 21, 2024
जयंत चौधरी ने कांवड़ मार्ग पर दुकानों पर नाम लिखने के सरकारी आदेश का खुला विरोध किया है, जयंत चौधरी भाजपा की सहयोगी दल में शामिल हैं।
क्या आप भी नाम प्लेट वाले फैसले के
विरोध में हो? pic.twitter.com/w93b3IyFwQ
भाजपा के इस फैसले के विरोध में जयंत चौधरी के साथ-साथ कई अन्य नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी खड़े हो गए हैं। इस मुद्दे पर आम जनता की राय भी बंटी हुई नजर आ रही है। कुछ लोग इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे अनुचित मान रहे हैं।
भानु नन्द ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है और आगे और भी ऐसे रुझान देखने को मिल सकते हैं। उनका मानना है कि भाजपा सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतर रही है और इसी कारण यह सरकार 5 साल नहीं टिक पाएगी।
क्या आप भी नाम प्लेट वाले फैसले के विरोध में हैं? यह सवाल अब जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है। सरकार के इस फैसले का विरोध कितनी दूर तक जाएगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल भाजपा के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।