झारखंड के पाकुड़ जिले में आदिवासी परिवारों पर अत्याचार की एक गंभीर घटना सामने आई है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सफरुद्दीन अंसारी और कलीमुद्दीन अंसारी ने मिलकर आदिवासी परिवारों की झोपड़ियों को नष्ट कर दिया है।
यह घटना तब सामने आई जब आदिवासी परिवारों ने स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगाई। आदिवासियों का आरोप है कि सफरुद्दीन और कलीमुद्दीन अंसारी ने उन्हें धमकी दी कि अगर वे उनकी बात नहीं मानेंगे तो उनके लिए जीना मुश्किल कर देंगे।
नहीं तो जीना मुश्किल कर देंगे.... ⚠️❌
— Suraj Kumar Bauddh (@SurajKrBauddh) July 20, 2024
ये धमकी झारखंड के पाकुड़ में आदिवासी परिवारों को दी जा रही है। सफरुद्दीन अंसारी, कलीमुद्दीन अंसारी एवं अन्य ने मिलकर गरीब आदिवासियों पर हमला किया व उनकी झोपड़ियों को नष्ट कर दिया। अत्यंत भयावह!pic.twitter.com/fzaR2a7Atx
घटना के बाद आदिवासी समुदाय में भय और आक्रोश का माहौल है। कई परिवारों ने अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे स्थानों पर शरण ली है।
स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में संज्ञान लिया है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
यह घटना समाज में व्याप्त असमानता और अत्याचार की एक बानगी है। आदिवासी समुदाय, जो पहले से ही सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर है, इस तरह की घटनाओं से और भी अधिक प्रभावित होता है।
मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और सरकार से मांग की है कि आदिवासी परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
इस बीच, प्रभावित परिवारों ने प्रशासन से सुरक्षा और पुनर्वास की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक वे सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे।
झारखंड के मुख्यमंत्री ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और प्रशासन को इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि आदिवासी परिवारों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है और उनके साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।