बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपने करियर के चरम पर होने के बावजूद, सादगी और विनम्रता की मिसाल बने हुए हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने एक ऐसी घटना का जिक्र किया जिसने उन्हें सिखाया कि जीवन में हमेशा आपसे बड़ा कोई होता है।
अमिताभ बच्चन ने बताया कि अपने करियर के शिखर पर पहुंचने के दौरान, एक बार वह हवाई जहाज से यात्रा कर रहे थे। उनके बगल वाली सीट पर एक साधारण से सज्जन व्यक्ति बैठे थे, जिन्होंने साधारण शर्ट और पैंट पहन रखी थी। वह व्यक्ति मध्यम वर्ग का लग रहा था और बेहद शिक्षित दिख रहा था।
अन्य यात्री अमिताभ बच्चन को पहचान रहे थे और उनकी उपस्थिति से प्रभावित थे, लेकिन यह सज्जन उनकी उपस्थिति के प्रति बिल्कुल अंजान लग रहे थे। वह अपना पेपर पढ़ रहे थे, खिड़की से बाहर देख रहे थे और जब चाय परोसी गई तो उसे चुपचाप पी रहे थे।
उस व्यक्ति के साथ बातचीत करने की कोशिश में अमिताभ बच्चन ने उनकी ओर देख मुस्कुराया। उस व्यक्ति ने भी विनम्रता से मुस्कुराते हुए 'हैलो' कहा। इसके बाद उनकी बातचीत शुरू हुई और अमिताभ बच्चन ने सिनेमा और फिल्मों के विषय पर बात की। उन्होंने पूछा, "क्या आप फिल्में देखते हैं?"
आदमी ने जवाब दिया, "ओह, बहुत कम, मैंने कई साल पहले एक फिल्म देखी थी।"
अमिताभ बच्चन ने उन्हें बताया कि वह फिल्म उद्योग में काम करते हैं।
उस व्यक्ति ने जवाब दिया, "ओह, यह अच्छा है, आप क्या करते हैं?"
अमिताभ बच्चन ने जवाब दिया, "मैं एक अभिनेता हूं।"
उस व्यक्ति ने सिर हिलाते हुए कहा, "ओह, यह अद्भुत है!" इसके बाद कोई और बातचीत नहीं हुई।
जब विमान उतरा तो अमिताभ बच्चन ने उस व्यक्ति से हाथ मिलाते हुए कहा, "आपके साथ यात्रा करना अच्छा था, वैसे मेरा नाम अमिताभ बच्चन है!"
उस व्यक्ति ने भी हाथ मिलाते हुए मुस्कुराकर कहा, "थैंक्यू ... आपसे मिलकर अच्छा लगा... मैं जे आर डी टाटा (टाटा का चेयरमैन) हूं!"
इस घटना से अमिताभ बच्चन ने एक महत्वपूर्ण सबक सीखा कि चाहे आप कितने भी बड़े हों, हमेशा आपसे कोई बड़ा जरूर होता है। यह अनुभव उन्हें हमेशा याद रहेगा और जीवन में सादगी और विनम्रता का महत्व सिखाएगा।
यह कहानी न केवल अमिताभ बच्चन की विनम्रता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जीवन में कितनी भी ऊंचाइयों को छू लें, हमें हमेशा धरती पर रहना चाहिए और दूसरों से सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए।