मोहाली: हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना ने सबको हैरान कर दिया है, जिसमें एक अग्निवीर के हाईवे लुटेरा बनने की खबर सामने आई है। अग्निवीर का नाम इश्मीत बताया जा रहा है, जिसने अपनी सैन्य प्रशिक्षण की छुट्टी पर रहते हुए अपराध की राह अपनाई। इस घटना से पता चलता है कि अग्निवीर की सेलरी से असंतुष्ट होकर उसने हाईवे पर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया।
इश्मीत के खिलाफ कई लूट की घटनाओं की शिकायतें आई थीं, जिसमें उसने अपने सैन्य प्रशिक्षण की छुट्टी का लाभ उठाकर मोहाली में लूटपाट की। यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि कई अग्निवीर इस समय एक गंभीर संकट से गुजर रहे हैं, जो उनके भविष्य को अनिश्चितता की ओर ले जा सकता है।
BIG BREAKING & SHOCKING NEWS 📢
— 𝙈𝙪𝙧𝙩𝙞 𝙉𝙖𝙞𝙣 (@Murti_Nain) July 25, 2024
छुट्टी पर गया #अग्निवीर लौटा नहीं,
वो मिल रही सेलरी से संतुष्ट नहीं था, इसलिए हाईवे लुटेरा बन गया,
इस बात का डर और आशंका पहले से ही थी, लेकिन मोदी सरकार नहीं मानी और इस योजना को अब भी चालू रखने पर अतारू है,
कुछ वर्षों में हजारों प्रशिक्षित… pic.twitter.com/ktrGFY2bDy
इस बात की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी कि अगर अग्निवीरों को उनके प्रशिक्षण के बाद स्थायी रोजगार नहीं मिलता है, तो वे अपराध की ओर प्रवृत्त हो सकते हैं। मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे अग्निवीर योजना के आलोचकों का कहना है कि इस योजना को अब भी चालू रखने के परिणाम गंभीर हो सकते हैं। कई विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि कुछ वर्षों में हजारों प्रशिक्षित बेरोजगार अग्निवीर सड़कों पर होंगे, जो समाज के लिए एक बड़ा खतरा बन सकते हैं।
इस योजना के तहत, एक तरफ जहां युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर उनका भविष्य अस्थिर रहता है, जिससे अपराध की संभावना बढ़ जाती है। सरकार को इस स्थिति पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है और अग्निवीरों के लिए स्थायी रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि वे समाज के लिए लाभकारी बन सकें, न कि सुरक्षा के लिए खतरा।
इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इस योजना के अंतर्गत अग्निवीरों की उचित देखभाल और रोजगार की व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक ऐसी घटनाएँ होती रहेंगी। समाज और सरकार दोनों को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना होगा और त्वरित समाधान ढूंढना होगा।