मुंबई - बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी का एक सराहनीय कार्य 24 साल बाद सामने आया है, जिससे उनका मानवीय पक्ष उजागर हुआ है। 1996 में, सुनील शेट्टी ने मुंबई में 128 नेपाली महिलाओं को सेक्स ट्रैफिकिंग के गिरोह से बचाया था। इस घटना का खुलासा अब जाकर हुआ है जब एक पीड़िता ने एक साक्षात्कार में इस कहानी को सार्वजनिक किया।
घटना का विवरण
1996 में, सुनील शेट्टी को जानकारी मिली कि मुंबई में 128 नेपाली महिलाओं को जबरन सेक्स ट्रैफिकिंग में धकेला गया है। बिना किसी देरी के, उन्होंने इन महिलाओं को इस अमानवीय स्थिति से बाहर निकालने का निर्णय लिया। उनके साहस और त्वरित कार्रवाई के कारण, ये महिलाएं इस घिनौने धंधे से मुक्त हो सकीं।
In 1996, Indian actor Suniel Shetty saved 128 Nepalese women from a sex trafficking ring in Mumbai. When the Nepalese government refused to repatriate them, Shetty bought airfare for their return and ensured their safety. He kept this act private until one survivor revealed the… pic.twitter.com/STpCsshfaW
— Creepy.org (@creepydotorg) July 1, 2024
नेपाली सरकार की प्रतिक्रिया
जब इन महिलाओं को नेपाल वापस भेजने की बात आई, तो नेपाली सरकार ने उन्हें वापस भेजने से इनकार कर दिया। इस कठिन परिस्थिति में भी सुनील शेट्टी ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने खुद के पैसों से महिलाओं की हवाई यात्रा का किराया खरीदा और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की।
गुप्त रखा परोपकारी कार्य
सुनील शेट्टी ने इस परोपकारी कार्य को गुप्त रखा और इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दी। उन्होंने यह काम सिर्फ मानवता के लिए किया, बिना किसी प्रचार या प्रशंसा की उम्मीद के। 24 साल बाद, एक पीड़िता ने एक साक्षात्कार में इस घटना का खुलासा किया और सुनील शेट्टी की इस महान कार्य के बारे में दुनिया को बताया।
समाज और प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
जैसे ही यह खबर सामने आई, समाज और उनके प्रशंसकों ने सुनील शेट्टी की प्रशंसा की। सोशल मीडिया पर लोग उनकी इस महानता के लिए उन्हें सराह रहे हैं और उन्हें एक सच्चे हीरो के रूप में देख रहे हैं।
सुनील शेट्टी का यह कार्य उनके मानवीय और दयालु स्वभाव का प्रमाण है। उन्होंने बिना किसी स्वार्थ के इन महिलाओं की मदद की और उन्हें एक नई जिंदगी दी। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि सच्चे हीरो सिर्फ फिल्मों में ही नहीं, असल जिंदगी में भी होते हैं। सुनील शेट्टी की यह कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।