वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) आलोक कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें एक होटल के ध्वस्तीकरण के दौरान विरोध कर रहे एक व्यक्ति को सिर से टकराते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो हाल ही में सामने आया है और इसमें स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि एडीएम आलोक कुमार एक उग्र प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति को सांड की तरह टक्कर मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वाराणसी के एडीएम सिटी आलोक कुमार गए थे एक होटल तोड़ने. लोगों ने विरोध किया तो सांड की तरह टक्कर मार दी pic.twitter.com/LFTwK6Dn5j
— Priya singh (@priyarajputlive) July 27, 2024
सूत्रों के अनुसार, वाराणसी में एडीएम आलोक कुमार और उनकी टीम दो होटलों - बनारस कोठी और रिवर पैलेस - के ध्वस्तीकरण के अभियान पर निकले थे। इन होटलों को अवैध निर्माण के आरोप में तोड़ा जा रहा था। लेकिन जब अधिकारी और स्थानीय निवासी इन ध्वस्तिकरण कार्यों का विरोध करने लगे, तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
वीडियो में, एडीएम आलोक कुमार को एक व्यक्ति के साथ बहस करते हुए देखा जा सकता है, जो विरोध में सक्रिय रूप से शामिल था। इस दौरान, एडीएम ने अचानक उस व्यक्ति की ओर बढ़ते हुए उसे सिर से टकरा दिया। यह घटना तेजी से वायरल हो गई और लोगों ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दीं।
आपने साँड़ 🐂 तो कई देखे होंगे मगर इंसान रूपी साँड़ 🐂 देखना हो तो ये वीडियो देखें…#काशी के #ADM आलोक कुमार साहब को ग़ुस्सा आ गया…हाथ पाँव चलाते तो होता कि मार दिया तो तुरंत “साँड़ दाँव” चल दिया और शिकायत करने वाले का भूभुन तोड़ दिया…@myogiadityanath जी आपके आदेशों का यही… pic.twitter.com/8U70DSoBR3
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) July 27, 2024
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि एडीएम ने उनके साथ अत्यधिक और हिंसात्मक व्यवहार किया। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि ध्वस्तीकरण अभियान कानून के अनुसार चलाया जा रहा था और किसी भी प्रकार के उग्र प्रदर्शन को शांतिपूर्वक नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा था।
इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया है और इस मामले की जांच की जा रही है। एडीएम आलोक कुमार पर उग्र व्यवहार और सरकारी कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगने के बाद उनकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
वाराणसी के नागरिकों में इस घटना को लेकर तीव्र नाराजगी है और वे चाहते हैं कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। इस पूरे मामले की सच्चाई और इसके परिणाम आने वाले दिनों में सामने आएंगे।