ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश: भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर में सावन मास का पावन पर्व शुरू हो चुका है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए ओंकारेश्वर धाम पहुंच रहे हैं।
नर्मदा नदी के किनारे स्थित ओंकारेश्वर मंदिर भगवान शिव के 'ओंकार' स्वरूप का प्रतीक है। मान्यता है कि यहां भगवान शिव अदृश्य रूप में विराजमान हैं।
सावन मास में ओंकारेश्वर धाम आध्यात्मिकता और भक्ति का संगम बन जाता है। श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान कर मंदिर में दर्शन करते हैं।
इस बार सावन मास में ओंकारेश्वर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। मंदिर परिसर में भक्तों की कतारें देखी जा सकती हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।
सावन मास में ओंकारेश्वर धाम आने का अपना ही महत्व है। इस पवित्र माह में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यहां आने वाले श्रद्धालु न केवल भगवान शिव के दर्शन करते हैं, बल्कि नर्मदा नदी में स्नान, पंचतीर्थ दर्शन और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में भी भाग लेते हैं।
ओंकारेश्वर धाम भगवान शिव के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यदि आप भी आध्यात्मिक शांति और भक्ति का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस सावन मास ओंकारेश्वर धाम जरूर आएं।