ज्योतिष विद्या में ग्रहों का महत्व अनंत है। यह माना जाता है कि ग्रहों की चाल और स्थिति हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। विशेष रूप से, तीन ग्रह ऐसे हैं जो यदि रुष्ट हो जाएं तो इंसान की जिंदगी में भारी कठिनाइयाँ उत्पन्न हो सकती हैं। ये तीन ग्रह हैं: शनि, राहु और केतु।
शनि: न्याय का देवता
शनि को न्याय का देवता माना जाता है। वे कर्मों का फल देने वाले हैं और जीवन में अनुशासन और सत्य की प्रतीक हैं। जब शनि रुष्ट होते हैं, तो जीवन में अनेक समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, आर्थिक तंगी, और पारिवारिक कलह का सामना करना पड़ता है। शनि की साढ़े साती और ढैया के दौरान जीवन में विशेष कठिनाइयाँ आ सकती हैं। इसका उपाय करने के लिए लोग शनि देव की पूजा करते हैं और शनि के मंत्रों का जाप करते हैं।
राहु: भ्रम का ग्रह
राहु को छाया ग्रह कहा जाता है और यह अक्सर जीवन में भ्रम और अराजकता का कारण बनता है। राहु जब रुष्ट होते हैं, तो व्यक्ति को मानसिक तनाव, अवसाद, और अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही, राहु के कारण कोर्ट कचहरी के मामले और शत्रुओं से परेशानी भी हो सकती है। राहु की अशुभ स्थिति को सुधारने के लिए लोग चंद्र ग्रह की पूजा करते हैं और राहु के मंत्रों का जाप करते हैं।
केतु: आध्यात्मिकता का ग्रह
केतु भी छाया ग्रह है और इसे मोक्ष तथा आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है। जब केतु रुष्ट होता है, तो व्यक्ति को मानसिक भ्रम, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और अचानक दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए लोग गणेश जी की पूजा करते हैं और केतु के मंत्रों का जाप करते हैं।
इन ग्रहों के रुष्ट होने के संकेत
ग्रहों के रुष्ट होने के कई संकेत हो सकते हैं। जैसे कि अचानक धन की हानि, स्वास्थ्य में गिरावट, मानसिक तनाव, परिवार में कलह, और कोर्ट कचहरी के मामले बढ़ना। यदि ऐसे संकेत दिखाई दें, तो ज्योतिषी से परामर्श करके उचित उपाय करना चाहिए।
उपाय और बचाव
इन ग्रहों के रुष्ट होने से बचने के लिए नियमित पूजा पाठ, मंत्र जाप, और ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं। इसके अलावा, अपने कर्मों में सुधार करना, सच्चाई और अनुशासन के मार्ग पर चलना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
ज्योतिष विद्या के अनुसार, यदि शनि, राहु और केतु रुष्ट हो जाएं तो इंसान के जीवन में भारी कठिनाइयाँ आ सकती हैं। लेकिन सही समय पर सही उपाय करने से इन समस्याओं का समाधान संभव है। ग्रहों की कृपा और आशीर्वाद से जीवन में सुख और समृद्धि लाई जा सकती है।