नई दिल्ली, 1 जून 2024: पिछले कुछ वर्षों में, पूरे विश्व में तापमान में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। हर साल तापमान के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं, और यह समस्या चिंता का विषय बन गई है। आखिर क्यों लगातार बढ़ता जा रहा है तापमान? आइए जानते हैं इसके पीछे के वैज्ञानिक तथ्य और कारण।
ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन
तापमान में हो रही इस वृद्धि का सबसे बड़ा कारण ग्लोबल वार्मिंग है। वैज्ञानिकों के अनुसार, औद्योगिक क्रांति के बाद से वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों का स्तर तेजी से बढ़ा है। कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), मीथेन (CH4), और नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) जैसी गैसें वातावरण में ऊष्मा को फंसा लेती हैं, जिससे पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ रहा है। यह प्रक्रिया ग्लोबल वार्मिंग के रूप में जानी जाती है।
जंगलों की कटाई
जंगलों की अंधाधुंध कटाई भी तापमान में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है। पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा नियंत्रित रहती है। लेकिन जब जंगल काटे जाते हैं, तो यह संतुलन बिगड़ जाता है और वातावरण में CO2 का स्तर बढ़ जाता है, जो ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा देता है।
औद्योगिक प्रदूषण
औद्योगिक इकाइयों और वाहनों से निकलने वाला धुआं और प्रदूषक गैसें भी वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों का स्तर बढ़ा रही हैं। इसके अलावा, कोयला और पेट्रोलियम जैसे जीवाश्म ईंधनों का उपयोग भी ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा देता है। औद्योगिक प्रदूषण के कारण भी तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है।
प्राकृतिक आपदाएं और घटनाएं
प्राकृतिक घटनाएं जैसे ज्वालामुखी विस्फोट और एल नीनो जैसी घटनाएं भी तापमान में वृद्धि का कारण बन सकती हैं। ज्वालामुखी विस्फोट से निकलने वाले धूलकण और गैसें वातावरण में ऊष्मा को फंसा लेती हैं, जबकि एल नीनो प्रशांत महासागर में पानी के तापमान को बढ़ाता है, जिससे वैश्विक तापमान में वृद्धि होती है।
मानव जनसंख्या का बढ़ना
जनसंख्या में वृद्धि के साथ-साथ ऊर्जा की मांग भी बढ़ रही है। अधिक ऊर्जा की आवश्यकता का मतलब है अधिक जीवाश्म ईंधनों का जलना, जो ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, बढ़ती जनसंख्या के कारण जंगलों की कटाई और भूमि उपयोग में बदलाव भी हो रहे हैं, जिससे तापमान में वृद्धि हो रही है।
निष्कर्ष
तापमान में हो रही लगातार वृद्धि एक गंभीर समस्या है जिसका प्रभाव हमारे पर्यावरण, जीव-जंतु, और मानव जीवन पर पड़ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग, जंगलों की कटाई, औद्योगिक प्रदूषण, प्राकृतिक आपदाएं, और मानव जनसंख्या का बढ़ना इसके प्रमुख कारण हैं।
हमें इस समस्या का समाधान खोजने के लिए संयुक्त प्रयास करने होंगे। स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना, पेड़-पौधे लगाना, और प्रदूषण को नियंत्रित करना इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं। यदि हम अभी से सतर्क नहीं हुए, तो भविष्य में हमें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।