भारत की राजनीति में हाल के वर्षों में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में गिरावट और राहुल गांधी की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता ने राजनीतिक विश्लेषकों और आम जनता दोनों को हैरान कर दिया है। आइए, जानते हैं इसके पांच प्रमुख कारण।
1. अर्थव्यवस्था की स्थिति
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में नोटबंदी और जीएसटी जैसे बड़े आर्थिक सुधार लागू किए गए थे। हालांकि, इनका दीर्घकालिक प्रभाव सकारात्मक हो सकता है, लेकिन तात्कालिक प्रभाव में कई छोटे व्यवसाय और आम लोग प्रभावित हुए। मौजूदा समय में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक मंदी ने लोगों को निराश किया है। राहुल गांधी ने इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और जनता के बीच एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरे।
2. किसानों का असंतोष
कृषि कानूनों को लेकर किसानों के विरोध ने मोदी सरकार के प्रति नाराजगी को बढ़ाया है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में किसानों का बड़ा हिस्सा इन कानूनों से नाखुश है। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने किसानों के समर्थन में खड़े होकर उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज़ को सुना जाएगा। यह समर्थन राहुल गांधी की लोकप्रियता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
3. सामाजिक मुद्दे
मुद्दे जैसे सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) ने समाज के विभिन्न वर्गों में चिंता पैदा की है। मुस्लिम समुदाय और अन्य अल्पसंख्यक समूहों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है। राहुल गांधी ने इन मुद्दों पर खुलकर सरकार की आलोचना की और सभी समुदायों को साथ लेकर चलने की बात की, जिससे उनकी स्वीकार्यता बढ़ी।
4. युवाओं की उम्मीदें
युवाओं के बीच बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने युवाओं के लिए कई योजनाएं लाई हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली। राहुल गांधी ने युवाओं के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और रोजगार के अवसर बढ़ाने का वादा किया। इसके साथ ही, उनके विचार और संवाद शैली युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं।
5. कांग्रेस का पुनर्गठन
कांग्रेस पार्टी ने हाल के वर्षों में अपने संगठनात्मक ढांचे में कई सुधार किए हैं। राहुल गांधी ने पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा दी है। पार्टी के अंदरूनी कलह को कम करके एकता को बढ़ावा दिया गया है। राहुल गांधी का जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से मिलना और उनकी समस्याओं को समझना, पार्टी के आधार को मजबूत बना रहा है।
भारत की राजनीति में बदलाव समय-समय पर होते रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता में गिरावट और राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता इस बात का संकेत है कि जनता अब बदलाव चाहती है। हालांकि, आने वाले चुनाव ही यह तय करेंगे कि यह बदलाव कितना स्थायी है। दोनों नेताओं के सामने अपनी-अपनी चुनौतियाँ हैं और उन्हें इन चुनौतियों का सामना करके जनता का विश्वास जीतना होगा। भारत की राजनीति का यह दौर निश्चित रूप से रोमांचक और परिवर्तनकारी है।