नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पुष्टि की है कि भारत में एच9एन2 बर्ड फ्लू का दूसरा मानव संक्रमण मामला सामने आया है। 2019 के बाद यह पहली बार है जब इस वायरस ने किसी मानव को संक्रमित किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस नए मामले की पहचान महाराष्ट्र राज्य में की गई है। संक्रमित व्यक्ति को हल्के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब वह सुरक्षित है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने संक्रमण की पहचान के तुरंत बाद आवश्यक एहतियात बरतते हुए संक्रमित क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है।
एच9एन2 वायरस एक प्रकार का एवियन इन्फ्लुएंजा है, जो सामान्यतः पक्षियों में पाया जाता है। यह वायरस मनुष्यों में दुर्लभ है, लेकिन जब संक्रमण होता है, तो यह स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। 2019 में भी भारत में एच9एन2 का एक मामला सामने आया था, जिसके बाद इस वायरस के बारे में जागरूकता बढ़ाने और निगरानी की व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया था।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के वायरस के संक्रमण की संभावना को कम करने के लिए पक्षियों और मनुष्यों के बीच संपर्क को सीमित करना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, स्वच्छता के नियमों का पालन और नियमित जांच आवश्यक है।
डब्ल्यूएचओ ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि इस नए मामले से घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के संक्रमणों पर निगरानी और अनुसंधान जारी रहेगा ताकि भविष्य में संक्रमण की संभावनाओं को कम किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी असामान्य लक्षण की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और पक्षियों के संपर्क में आने से बचें। इसके अलावा, पक्षी पालन करने वाले लोगों को विशेष ध्यान देने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।
यह नया मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि बर्ड फ्लू जैसे वायरस के खिलाफ सतर्कता और सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता से जागरूक रहने और स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है ताकि इस प्रकार के संक्रमणों से बचा जा सके।