देशभर में हीट वेव का कहर जारी है और इसके कारण होने वाली मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। अत्यधिक गर्मी और लू के प्रकोप से लोग बेहाल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हीट वेव से हो रही मौतों के पीछे पांच मुख्य कारण हैं। आइए जानते हैं ये वजहें:
1. ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन
ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप हीट वेव की आवृत्ति और तीव्रता में वृद्धि हो रही है। जलवायु परिवर्तन के चलते मौसम में असामान्य बदलाव आ रहे हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल रहे हैं।
2. शहरीकरण और बढ़ता तापमान
शहरों में तेजी से बढ़ते शहरीकरण के कारण हरियाली घट रही है और कंक्रीट का जंगल बढ़ता जा रहा है। इस कारण शहरी क्षेत्रों का तापमान ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक होता है। शहरी 'हीट आइलैंड' प्रभाव के चलते हीट वेव का असर अधिक होता है, जिससे मौतों की संख्या बढ़ रही है।
3. निर्जलीकरण और स्वास्थ्य समस्याएं
हीट वेव के दौरान शरीर में पानी की कमी (निर्जलीकरण) और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो जाता है, जिससे गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। उच्च तापमान के चलते हृदय और गुर्दे की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे मौतें हो सकती हैं।
4. गरीबी और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
गरीबी और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी भी हीट वेव से होने वाली मौतों के पीछे एक बड़ा कारण है। गरीब और वंचित लोग बिना उचित संसाधनों के रहते हैं, जिनमें एयर कंडीशनर, ठंडा पानी और उचित चिकित्सा सुविधाएं शामिल हैं। इस कारण वे हीट वेव के प्रभाव से बच नहीं पाते हैं और उनकी मौत हो जाती है।
5. अवगतता और तैयारी की कमी
हीट वेव के खतरों के प्रति लोगों में अवगतता की कमी भी एक महत्वपूर्ण कारण है। उचित जानकारी और तैयारी के अभाव में लोग हीट वेव से बचने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठा पाते हैं। सरकार और संबंधित एजेंसियों द्वारा जागरूकता अभियानों की कमी भी इस समस्या को बढ़ावा देती है।
समाधान की ओर कदम
हीट वेव से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जरूरी है कि इन कारणों को समझकर उचित कदम उठाए जाएं। सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं, शहरी हरियाली को बढ़ावा दें, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करें और लोगों को हीट वेव से बचने के उपायों के प्रति जागरूक करें। इसके साथ ही, सामुदायिक स्तर पर भी एकजुट होकर हीट वेव से निपटने के प्रयास किए जाने चाहिए।
हीट वेव से बचने के लिए सामूहिक प्रयास ही हमें इस संकट से उबार सकते हैं और आने वाले समय में होने वाली मौतों को कम कर सकते हैं।