सावन में सुबह उठते ही कर लें ये 4 काम, भगवान शिव देंगे मनचाहा वरदान



जब सावन का महीना आता है, तो हिन्दू धर्म में इसे भगवान शिव का महीना माना जाता है। यह मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव विशेष रूप से अपने भक्तों की पूजा और सेवा को प्राथमिकता देते हैं और मनचाहे वरदान देते हैं। सावन मास की पहली सोमवारी से ही इस महीने की शिव पूजा और व्रत शुरू होते हैं। इस मास में भगवान शिव की पूजा और सेवा करने से हम अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं। यहां हम आपको सावन माह में सुबह उठते ही करने वाले 4 काम बता रहे हैं जिनसे आप भगवान शिव के मनचाहे वरदान प्राप्त कर सकते हैं।

 सावन में सुबह उठते ही कर लें ये 4 काम

1. शिव जी की पूजा करें

सावन के महीने में सुबह उठते ही भगवान शिव की पूजा करना बहुत महत्वपूर्ण है। आप शिवलिंग को स्नान करके और उस पर धूप, दीप, धातु का तिलक, बेल पत्र, बिल्व पत्र, फूल आदि चढ़ाकर पूजा कर सकते हैं। इसके साथ ही शिव चालीसा, शिव तांडव स्तोत्र, और भक्ति भरे भजन भी गाएं। शिव जी की पूजा करने से आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने मनचाहे वरदान की प्राप्ति कर सकते हैं।

 2. शिवलिंग पर जल चढ़ाएं

सावन के महीने में सुबह उठते ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना भी एक महत्वपूर्ण प्रथा है। आप शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, घी, मधु, रोली, चावल, फूल, अक्षत आदि चढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही मन से भगवान शिव के चरणों में अपनी मनोकामनाएं मांगें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें। यह आपको मनचाहे वरदान प्रदान करेगा और आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

 3. महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें

महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का एक प्रमुख मंत्र है जिसे सावन महीने में जाप करने से अत्यंत फलदायी प्रभाव होता है। इस मंत्र का जाप करने से आपको स्वास्थ्य सुख, लंबी आयु, और संपूर्ण शांति प्राप्त होती है। आप सुबह उठते ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकते हैं और भगवान शिव से अपनी मनोकामनाएं मांग सकते हैं।

4. भगवान शिव की कथा सुनें या पढ़ें

भगवान शिव की कथाएं सुनना और पढ़ना भी सावन महीने में अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। आप मन्त्रमुग्ध होकर भगवान शिव की कथाएं सुन सकते हैं या स्वयं पढ़ सकते हैं। इन कथाओं को सुनते और पढ़ते समय अपनी पूरी ध्यान और भक्ति से समर्पित रहें। भगवान शिव आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करेंगे और आपको आनंदमय जीवन प्रदान करेंगे।

इन 4 कामों को सावन महीने में सुबह उठते ही करने से आप भगवान शिव के मनचाहे वरदान प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान दें कि ये काम आपके निष्ठापूर्वक, श्रद्धापूर्वक, और विधिपूर्वक करने चाहिए। इसके साथ ही अपनी आराध्य भगवान शिव के प्रति अपने मन को संकेतित करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं मांगें। इस प्रकार, आपकी पूर्ण भक्ति, श्रद्धा और निष्ठा से सावन माह को आपके जीवन में आनंद और समृद्धि लाएगा। महादेव की कृपा आप सभी पर बनी रहे!

**FAQ**

1. सावन माह में कितनी बार भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए?

   आप सावन माह में भगवान शिव की पूजा को रोज़ाना कर सकते हैं। यह आपकी श्रद्धा और साधना के अनुसार है।

2. सावन में किस प्रकार की भक्ति करनी चाहिए?

   सावन माह में आप भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति को विभिन्न तरीकों से व्यक्त कर सकते हैं, जैसे कि पूजा, आरती, मंत्र जाप, कथा सुनना, और ध्यान आदि।

3. क्या सावन माह में व्रत रखना चाहिए?

   जी हां, कई लोग सावन माह में व्रत रखते हैं। इससे वे भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का आशा करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की कामना करते हैं।

4. क्या सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाना ज़रूरी है?

   शिवलिंग पर जल चढ़ाना सावन माह में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह भगवान शिव की पूजा का एक महत्वपूर्ण तरीका है और इससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

5. क्या सावन में दूसरे दिन के व्रत के बाद अन्न खाने की अनुमति है?

   सावन माह में व्रत रखने के बाद आप दूसरे दिन अन्न खा सकते हैं। व्रत के दौरान आप उपवास करें और दूसरे दिन व्रत खोलें।

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