मोबाइल तकनीक का जन्म विभिन्न वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनीकी उद्योग के योगदानों के परिणामस्वरूप हुआ है। मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन यानी दूरसंचार के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति के कई महत्वपूर्ण दौर संभव हुए हैं।
यद्यपि मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन का नींव लंबे समय से पहले रखा गया था, तो वास्तविक मोबाइल फ़ोन की प्रारंभिक रूपरेखा और प्रगति तकनीकी औद्योगिकरण के दौरान हुई।
कार्ल जीज़र्स कोच (Karl J. Jatho) के नाम पर एक जर्मन इंजीनियर ने 1906 में विमान में संचार सुविधा के लिए रेडियो तंत्र (Radio Telegraphy) का पहला प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में उन्होंने अपनी उड़ान के दौरान आकाश में संचार किया था। इस उड़ान का अर्थिक महत्त्व नहीं था, लेकिन यह घटना मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन के विकास की प्रारंभिक संकेतिका मानी जाती है।
स्विट्ज़रलैंड के डॉ. मार्टिन कूपर (Dr. Martin Cooper) को आमतौर पर पहले मोबाइल फ़ोन के आववान के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 1973 में मोटरोला कंपनी के लिए पहला मोबाइल फ़ोन विकसित किया। इस फ़ोन का नाम Motorola DynaTAC 8000X था। यह फ़ोन बड़ा, भारी और खरीदने में महंगा था, लेकिन यह मोबाइल फ़ोन की पहली प्रदर्शनी को संभव करने के लिए महत्वपूर्ण था।
इसके बाद, मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन की तकनीक में महत्वपूर्ण प्रगति हुई। दूरभाषी प्रणालियों, विमानयान, और साथ ही कंप्यूटर तकनीक में विकास के साथ-साथ, मोबाइल फ़ोनों के आकार और कार्यक्षमता में भी सुधार हुआ। नए तकनीकी अवधारणाएँ और तकनीकों का उपयोग करके, मोबाइल फ़ोनों की विभिन्न पीढ़ियाँ विकसित हुईं, जिनमें स्मार्टफोन और टचस्क्रीन वाले फ़ोन शामिल हैं।
मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन ने विश्वभर में बहुतायत से उपयोगकर्ताओं को संचार करने की सुविधा प्रदान की है। आजकल, स्मार्टफोन ने मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन को एक नया आयाम दिया है, जहां मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन के विकास के साथ, स्मार्टफोन ने आधुनिक जीवन को पूरी तरह से प्रभावित किया है। आजके स्मार्टफोन में हमें न केवल संचार करने की सुविधा मिलती है, बल्कि हम इंटरनेट पर सर्फ कर सकते हैं, सोशल मीडिया पर संपर्क बना सकते हैं, ईमेल और मैसेजेस भेज सकते हैं, फ़ोटो और वीडियो कैप्चर कर सकते हैं, वीडियो कॉल कर सकते हैं, गेम्स खेल सकते हैं, मल्टीमीडिया सामग्री सुन सकते हैं और कई और कार्यक्षमताएं आपसे सम्बंधित कर सकते हैं।
मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन का जन्म कहीं न कहीं यूरोप और अमेरिका के वैज्ञानिक और इंजीनियरों के मेहनत, उनके खोज और उनके नवाचारों के परिणामस्वरूप हुआ है। हालांकि, इस प्रक्रिया में कई योगदानकर्ता शामिल हैं और यह एक संयुक्त प्रयास का परिणाम है। मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन तकनीक का विकास निरंतर जारी है और यह भविष्य में भी नई और उन्नत तकनीकों के साथ आगे बढ़ने की संभावना है।