मानसिक स्वास्थ्य को तंदुरुस्त रखने के लिए योग बहुत महत्वपूर्ण है। योग शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने, मन को शांति और स्थिरता प्रदान करने, स्वस्थ मानसिक स्थिति को बढ़ाने और तत्परता और समर्पण की भावना विकसित करने में मदद करता है। यहां मैं आपको मानसिक स्वास्थ्य को तंदुरुस्त रखने के लिए पांच योगाभ्यास बता रहा हूँ:
1. प्राणायाम (Pranayama): प्राणायाम श्वास को नियंत्रित करने और शांति के लिए श्वास तकनीकों का अभ्यास है। इससे श्वास संयमित होता है, मानसिक चंचलता कम होती है और मन की स्थिरता बढ़ती है। आप अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उज्जायी, और शीतकारी प्राणायाम जैसे प्राणायाम के अभ्यास कर सकते हैं।
2. ध्यान (Dhyana): ध्यान मन की स्थिरता और अंतरंग शांति के लिए मानसिक अभ्यास है। यह मन की विचारशक्ति को शांत करता है और स्थिरता प्रदान करता है। आप ध्यान की बात करते समय मन्दिर, मंदिर, या प्राकृतिक दृश्यों के विचार का उपयोग कर सकते हैं।
3. योगासन (Yogasana): योगासन शारीरिक और मानसिक स्थायित्व को बढ़ाने के लिए योग के अभ्यास का हिस्सा है। इसमें शरीर के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया जाता है जो मानसिक स्थिरता को बढ़ाने में मदद करते हैं। शावासन, पश्चिमोत्तानासन, हलासन, और भुजंगासन जैसे योगासन करने से मानसिक स्थिरता में सुधार होता है।
4. मंत्र जाप (Mantra Japa): मंत्र जाप मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए मन्त्र के निरंतर जाप का अभ्यास है। इससे मन की अशांति और चिंताएं कम होती हैं और मन की स्थिरता बढ़ती है। आप किसी भी आपके पसंदीदा मंत्र का जाप कर सकते हैं, जैसे 'ॐ' या 'सोऽहं'।
5. योग निद्रा (Yoga Nidra): योग निद्रा एक प्रकार की तंत्रिक ध्यान है जो मन की गहरी आराम और ताजगी को प्रदान करती है। इसमें आपको सुखानुभव, अभिमुखता, और विचारशून्यता के अवस्था में ले जाया जाता है। योग निद्रा के अभ्यास से अवसाद, तनाव, और चिंता कम होती हैं।
यहां उपरोक्त योगाभ्यास केवल कुछ उदाहरण हैं। आप इन्हें अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकते हैं और अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए एक स्थिर योगाभ्यास का निर्माण कर सकते हैं। हालांकि, यदि आप किसी नए योगासन या अभ्यास को शुरू करने से पहले किसी योग गुरु की सलाह लेना चाहें, तो वह आपको और अधिक मार्गदर्शन दे सकते हैं।