हाकिम कुरैशी

रेप-ब्लैकमेल कांड: आरोपियों को सह देने वाला पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी जैसे ही कोर्ट पहुंचा-वकीलों ने बाल पकड़कर थप्पड़ मारे, लात-घूंसे बरसाए, वीडियो देखें

Latest News

अजमेर के बिजयनगर में सामने आए रेप और ब्लैकमेल के मामले ने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में गिरफ्तार पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी को कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों ने बुरी तरह पीटा। वकीलों ने आरोपी के बाल पकड़कर थप्पड़ मारे और लात-घूंसे बरसाए। यह घटना तब हुई जब पुलिस आरोपी को कोर्ट लेकर पहुंची थी। इस दौरान पुलिस और वकीलों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, जिसमें कई लोग गिरते-गिरते बचे। अजमेर पॉक्सो कोर्ट ने आरोपी को 11 मार्च तक जेल भेजने का आदेश दिया है।

 मामले की पृष्ठभूमि

बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड की घटना ने पूरे अजमेर को हिला कर रख दिया है। इस मामले में अब तक 9 आरोपी जेल में हैं, जबकि 3 आरोपी बाल सुधार गृह में बंद हैं। पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी पर आरोप है कि वह इस मामले में आरोपियों का साथ दे रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दो बार उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया था। 11 मार्च को उसकी रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उसे फिर से अजमेर पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया।

कोर्ट में हंगामा और वकीलों का गुस्सा

जैसे ही पुलिस आरोपी को कोर्ट लेकर पहुंची, वकीलों का इकट्ठा होना शुरू हो गया। वकीलों के गुस्से को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया। पेशी के बाद जब आरोपी को कोर्ट से बाहर लाया गया, तो वकीलों ने उस पर हमला कर दिया। वकीलों ने आरोपी के बाल पकड़कर थप्पड़ मारे और लात-घूंसे बरसाए। इस दौरान पुलिस और वकीलों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। कई वकील और पुलिसकर्मी गिरते-गिरते बचे।

पुलिस ने आरोपी को वकीलों के गुस्से से बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वकीलों का आक्रोश इतना ज्यादा था कि उन्हें आरोपी को जल्दी से जल्दी वहां से ले जाना पड़ा। पुलिस ने आरोपी को जीप में बैठाकर बिजयनगर के लिए रवाना किया। यह पहली बार नहीं है जब इस मामले के आरोपियों को कोर्ट में पीटा गया है। इससे पहले भी वकीलों ने बिजयनगर कांड के आरोपियों पर हमला किया था।

समाज में बढ़ता आक्रोश

बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड ने न केवल अजमेर बल्कि पूरे राजस्थान में लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में आरोपियों की बर्बरता और निर्ममता ने लोगों के मन में गुस्सा भर दिया है। वकीलों का आरोपी पर हमला करना इस बात का संकेत है कि समाज अब ऐसे जघन्य अपराधों को बर्दाश्त नहीं करने वाला है। लोग चाहते हैं कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि भविष्य में कोई ऐसा कदम उठाने से पहले सौ बार सोचे।

पुलिस और प्रशासन की भूमिका

इस मामले में पुलिस और प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। आरोपी पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी पर आरोप है कि वह आरोपियों का साथ दे रहा था। इससे यह सवाल उठता है कि क्या पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में पहले से ही सख्त कदम उठाए होते तो यह घटना टाली जा सकती थी? हालांकि, पुलिस ने अब आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। लेकिन समाज चाहता है कि इस मामले में न्याय तेजी से मिले और आरोपियों को सजा मिले।

अजमेर के बिजयनगर में सामने आया रेप और ब्लैकमेल का मामला न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल है। वकीलों का आरोपी पर हमला करना इस बात का संकेत है कि समाज अब ऐसे जघन्य अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेगा। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले में तेजी से कार्रवाई करे और आरोपियों को सख्त सजा दिलाए। साथ ही, समाज को भी ऐसे मामलों में जागरूक होने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

संदर्भ:
1. स्थानीय पुलिस रिपोर्ट
2. अजमेर पॉक्सो कोर्ट के दस्तावेज
3. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स

इस खबर को और अधिक विस्तार से जानने के लिए हमारे साथ बने रहें। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करें और अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *