स्वास्थ्य व्यवस्था

VIDEO: यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था से संबंधित बहुत भयानक तस्वीर: नाबालिग ने रिक्शे से घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया, कॉल करने के बावजूद एम्बुलेंस नहीं पहुंची

Latest News

हाइलाइट्स:

  • यूपी के रायबरेली में स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल, एम्बुलेंस सेवा न मिलने से नाबालिग ने घायल युवक को रिक्शे से अस्पताल पहुंचाया।
  • युवक दीवार गिरने से घायल हुआ था, वीडियो हुआ वायरल, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली उजागर हुई।
  • ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के सीएचसी में हुई इस घटना ने इलाके के स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोली।
  • एम्बुलेंस सेवा को लेकर क्षेत्रीय अधिकारियों से लेकर स्थानीय जनता में नाराजगी।
  • इस घटना के बाद, स्वास्थ्य विभाग को सुधार के लिए बड़े कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। यहां एक युवक दीवार गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन एम्बुलेंस की सेवा न मिलने के कारण एक नाबालिग लड़के ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए उसे रिक्शे से अस्पताल पहुंचाया। इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का खुलासा हुआ है।

घटना का विवरण

घटना ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में हुई, जहां एक युवक दीवार के नीचे दबकर गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद, घायल युवक के परिवार और ग्रामीणों ने तुरंत एम्बुलेंस सेवा के लिए कॉल किया, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। इस दौरान एक नाबालिग लड़के ने अपनी हिम्मत दिखाते हुए घायल युवक को रिक्शे पर लिटाकर अस्पताल की ओर रवाना किया। यह पूरी घटना स्थानीय सीएचसी (Community Health Centre) तक पहुंचने के बाद लोगों की आंखों में आंसू छोड़ गई।

एम्बुलेंस सेवा की लापरवाही

घटना के बाद जब स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस की लापरवाही पर सवाल उठाए, तो कुछ अधिकारियों ने यह स्वीकार किया कि उन्हें कई बार कॉल किया गया था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाई। यह भी सामने आया कि एम्बुलेंस में ड्राइवर और स्टाफ की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवा समय पर मुहैया नहीं हो पाई। इसके चलते घायलों को उपचार के लिए अस्पताल जाने में भारी समस्या का सामना करना पड़ा।

वीडियो वायरल होने के बाद उभरी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली

घायल युवक को अस्पताल पहुंचाने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में नाबालिग लड़का घायल युवक को रिक्शे पर लिटाकर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि उसे लेकर अन्य लोग मदद करते हुए अस्पताल की ओर बढ़ते हैं। इस वीडियो ने स्वास्थ्य सेवाओं की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया। वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन ने इसकी गंभीरता को समझा और मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्वास्थ्य सेवाओं की हालत

यह घटना प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में गंभीर सवाल उठाती है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति लंबे समय से सुधार की मांग कर रही है। एम्बुलेंस सेवा, अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी, और स्टाफ की अपर्याप्तता जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में इस घटना ने एक बार फिर से इन मुद्दों को उजागर किया है, जो प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के लिए गंभीर चिंताएं पैदा कर रहा है।

लोगों की नाराजगी और प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में नाराजगी का माहौल है। लोग मानते हैं कि अगर समय पर एम्बुलेंस सेवा मिलती, तो घायल युवक की हालत शायद बेहतर होती। इसके अलावा, लोग यह भी कहते हैं कि यदि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में और सुधार नहीं किया तो आने वाले समय में ऐसी घटनाएं और भी बढ़ सकती हैं। इस घटना ने प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

स्वास्थ्य विभाग का बयान

घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, विभाग ने यह भी कहा कि वे एम्बुलेंस सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए कदम उठा रहे हैं और आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सुधार करेंगे। हालांकि, स्थानीय लोग इस बयान से संतुष्ट नहीं हैं और उन्हें अब कार्रवाई का इंतजार है।

सुधार के उपाय

स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार को कुछ अहम कदम उठाने की जरूरत है:

  1. एम्बुलेंस सेवा में सुधार: एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए और उन्हें समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
  2. चिकित्सा स्टाफ की कमी दूर करना: अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि मरीजों को सही समय पर इलाज मिल सके।
  3. सिस्टम में पारदर्शिता लाना: स्वास्थ्य सेवा में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए निगरानी और ऑडिट का मजबूत सिस्टम बनाना होगा।
  4. संवेदनशीलता प्रशिक्षण: कर्मचारियों को आपातकालीन स्थितियों में संवेदनशीलता और तत्परता से काम करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।

यह घटना उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की एक कड़ी आलोचना करती है और सरकार से अपेक्षा करती है कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। यदि प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया, तो आने वाले समय में इस प्रकार की घटनाएं और भी बढ़ सकती हैं, जो लोगों के जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस मामले में क्या सुधारात्मक कदम उठाते हैं और जब तक सुधार नहीं होता, तब तक क्या ऐसी घटनाएं लगातार होती रहेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *