सीओ अनुज चौधरी

संभल के सीओ अनुज चौधरी का बयान: “साल में 52 जुम्मे होते हैं, लेकिन होली सिर्फ एक बार आती है, यदि मुस्लिमों को रंगों से परहेज़ है तो घर से न निकलें”

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उत्तर प्रदेश के संभल जिले में होली के पर्व से पूर्व आयोजित शांति समिति की बैठक में क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज चौधरी ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जो वर्तमान में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि यदि उन्हें होली के रंगों से परहेज़ है, तो वे उस दिन घर से बाहर न निकलें।

सीओ अनुज चौधरी ने कहा, “साल में 52 जुम्मे होते हैं, जबकि होली का त्योहार सिर्फ एक बार आता है। मुस्लिम समुदाय के लोगों को यदि ये लगता है कि होली के रंग से आपका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो उस दिन घर से न निकलें।”

संभल में होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए पीस कमेटी की मीटिंग रखी गई थी। इस मीटिंग में सीओ अनुज चौधरी ने सख्त चेतावनी दी।

सीओ अनुज चौधरी के इस बयान पर विभिन्न समुदायों और संगठनों की मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। कुछ लोगों ने इसे सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना है, जबकि अन्य ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप के रूप में देखा है।

होली का त्योहार भारत की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है, जिसमें सभी समुदायों के लोग मिलकर रंगों और खुशियों का उत्सव मनाते हैं। हालांकि, कुछ मुस्लिम विद्वानों का मानना है कि इस्लाम में गैर-इस्लामिक धार्मिक परंपराओं में भाग लेने से बचना चाहिए। इस संदर्भ में, सीओ चौधरी का बयान मुस्लिम समुदाय के उन लोगों के लिए है जो धार्मिक कारणों से होली के रंगों से परहेज़ करते हैं।

संभल में हाल के दिनों में सांप्रदायिक तनाव की घटनाएँ सामने आई हैं। नवंबर 2024 में जामा मस्जिद के निकट पुलिस चौकी निर्माण को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों के पलायन का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि “संभल में इतना डर और ज़ुल्म का माहौल बना दिया गया है कि लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं।”

मथुरा में भी होली के अवसर पर मुस्लिम समुदाय की भागीदारी को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है। कुछ संगठनों ने ब्रज की होली में मुस्लिमों की एंट्री पर रोक लगाने की मांग की है, जबकि इस्लामिक विद्वानों का कहना है कि मुसलमानों को गैर-इस्लामिक धार्मिक परंपराओं में भाग लेने से बचना चाहिए।

सीओ अनुज चौधरी का बयान सामाजिक सौहार्द्र और शांति बनाए रखने के उद्देश्य से दिया गया प्रतीत होता है। होली का त्योहार सभी समुदायों के बीच भाईचारे और एकता का संदेश देता है। ऐसे में, सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और त्योहार को शांतिपूर्ण एवं हर्षोल्लास के साथ मनाएं।

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