हाइलाइट्स:
- यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का होली पर विवादित बयान।
- “जिसे रंग पसंद नहीं, वह देश छोड़ दे” – संजय निषाद।
- भारतीय संस्कृति का पालन करने की दी नसीहत।
- मुसलमानों को भी होली मनाने की सलाह दी।
- बयान पर विपक्ष ने किया कड़ा विरोध।
होली और विवादित बयान
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। इस बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने होली के रंग को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसने विवाद को जन्म दे दिया है। उन्होंने कहा कि “जिसे रंग पसंद नहीं, वह देश छोड़कर चला जाए।” उनके इस बयान के बाद सियासी माहौल गरमा गया है।
क्या कहा संजय निषाद ने?
संजय निषाद ने अपने बयान में कहा कि “भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व है और हर किसी को इन्हें प्रेमपूर्वक मनाना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “अगर किसी को रंगों से दिक्कत है, तो वह भारत छोड़कर कहीं और चला जाए।” इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमान भाई सबसे अधिक रंगीन कपड़े पहनते हैं, तो एक दिन होली का रंग भी स्वीकार कर सकते हैं।
विपक्ष ने किया कड़ा विरोध
संजय निषाद के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध जताया है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसे “विभाजनकारी राजनीति” करार दिया। उनका कहना है कि भाजपा सरकार चुनाव से पहले ऐसे बयान देकर समाज में ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। विपक्षी नेताओं ने निषाद के बयान को संविधान के खिलाफ बताते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है।
क्या है इस बयान का राजनीतिक प्रभाव?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि संजय निषाद के इस बयान से भाजपा को हिंदू वोटबैंक को मजबूत करने में मदद मिल सकती है, लेकिन यह बयान सांप्रदायिक सौहार्द पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यूपी में आगामी चुनावों को देखते हुए यह बयान काफी मायने रखता है।
क्या कहता है भारतीय संविधान?
भारत का संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार देता है और किसी भी धर्म या संस्कृति को मानने की स्वतंत्रता प्रदान करता है। किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह दूसरे व्यक्ति को देश छोड़ने के लिए कहे। ऐसे में संजय निषाद का यह बयान संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ माना जा सकता है।
संजय निषाद का यह बयान निश्चित रूप से विवाद खड़ा कर चुका है। जहां एक ओर उनके समर्थक इसे भारतीय संस्कृति की रक्षा का प्रयास मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल इसे धार्मिक भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस बयान का राजनीतिक असर कितना गहरा होता है।
FAQs
1. संजय निषाद ने क्या विवादित बयान दिया?
संजय निषाद ने कहा कि जिसे होली के रंग पसंद नहीं, वह देश छोड़कर चला जाए।
2. विपक्ष ने इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी?
विपक्ष ने इसे विभाजनकारी राजनीति बताया और इसकी आलोचना की।
3. क्या यह बयान भारतीय संविधान के खिलाफ है?
संविधान सभी नागरिकों को धर्म और संस्कृति की स्वतंत्रता देता है, ऐसे में यह बयान असंवैधानिक माना जा सकता है।
4. क्या इस बयान का कोई राजनीतिक प्रभाव पड़ेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान हिंदू वोटबैंक को मजबूत कर सकता है लेकिन समाज में विभाजन भी पैदा कर सकता है।
5. क्या भाजपा इस बयान का समर्थन कर रही है?
अभी तक भाजपा की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।