लखनऊ: लखनऊ यूनिवर्सिटी में एक छात्रा के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी विवेक ने PG छात्रा के साथ बैड टच किया और जबरन किस करने का प्रयास किया। इस घटना के बाद सैंकड़ों छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
घटना का पूरा विवरण
PG छात्रा के अनुसार, वह हॉस्टल कार्यालय में अपनी फाइन जमा कराने गई थी। उस समय कार्यालय में केवल कर्मचारी विवेक मौजूद था। आरोप है कि इसी दौरान कर्मचारी ने छात्रा को अकेला पाकर उसे गलत तरीके से छुआ और जबरन किस करने की कोशिश की। छात्रा ने किसी तरह वहां से भागकर मामले की सूचना दी।
इस घटना के बाद परिसर में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में छात्राओं ने रातभर विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया और आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की मांग की।
छात्राओं का आक्रोश और प्रदर्शन
घटना के बाद छात्राओं का गुस्सा सातवें आसमान पर था। सैंकड़ों छात्राएं परिसर में जमा हो गईं और नारेबाजी करने लगीं। छात्राओं का कहना था कि विवेक को तुरंत निलंबित कर गिरफ्तार किया जाए। उनका कहना था कि ऐसे मामलों में विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी अस्वीकार्य है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया
विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी कर्मचारी विवेक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के कुलपति ने एक विशेष जांच कमेटी गठित करने की घोषणा की है, जो इस मामले की पूरी जांच करेगी।
पुलिस की भूमिका
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने छात्रा का बयान दर्ज किया है। आरोपी विवेक के खिलाफ धारा 354 (महिला का अपमान करने के उद्देश्य से शारीरिक छेड़छाड़) और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष जांच होगी और दोषी को सख्त सजा दी जाएगी।
छात्राओं की मांग
प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
- आरोपी कर्मचारी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
- विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
- छात्राओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए।
- छात्रावास के अंदर महिला सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति की जाए।
- दोषी को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जाए।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
यह मामला सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर छात्राओं ने #JusticeForLUgirl के तहत अपने आक्रोश को जाहिर किया। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक नेताओं ने इस घटना की निंदा की और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की।
विशेषज्ञों की राय
महिला सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में इस प्रकार की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे सुरक्षा उपायों को मजबूत करें और छात्राओं को आत्मरक्षा के तरीकों का प्रशिक्षण दें।
लखनऊ यूनिवर्सिटी में घटी इस घटना ने महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों के बावजूद छात्राओं की नाराजगी दर्शाती है कि उन्हें सुरक्षा को लेकर आश्वासन की जरूरत है। उम्मीद है कि आरोपी को जल्द ही सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।