बीजेपी पार्षद “इसे कहते हैं सच्ची सेवा भावना! जब नगर निगम और अधिकारी समस्या का हल नहीं निकाल पाए तो कानपुर की बीजेपी महिला पार्षद ने खुद नाले में उतरकर सफाई करने का साहस दिखाया।”
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ बीजेपी महिला पार्षद शालू कनौजिया ने जनता की समस्या का समाधान खुद अपने हाथों से करने का निर्णय लिया। दरअसल, क्षेत्र में पिछले डेढ़ साल से सीवर की समस्या बनी हुई थी, लेकिन नगर निगम और जलकल विभाग के अधिकारी इस समस्या को हल करने में विफल रहे। परेशान होकर आखिरकार बीजेपी पार्षद ने खुद 10 फीट गहरे नाले में उतरकर सफाई करना शुरू कर दिया।
उनके इस अनोखे विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।
क्यों खुद पार्षद को नाले में उतरना पड़ा?
कानपुर के वार्ड 42 (अंबेडकर नगर) की पार्षद शालू कनौजिया पिछले डेढ़ साल से सीवर समस्या को हल कराने के लिए नगर निगम और जलकल विभाग के अधिकारियों के पास चक्कर लगा रही थीं। मेट्रो परियोजना के चलते क्षेत्र में नई सीवर लाइन डाली जा रही थी, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण काम में भारी देरी हो रही थी।
जनता की समस्या को देखकर पार्षद ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंततः जनता की सेवा भावना से प्रेरित होकर पार्षद शालू कनौजिया खुद 10 फीट गहरे नाले में उतर गईं और बाल्टी से गंदगी निकालना शुरू कर दिया।
10 फीट गहरे नाले में बिना किसी झिझक के उतरीं पार्षद
जानकारी के अनुसार, जब पार्षद शालू कनौजिया ने देखा कि क्षेत्र में सीवर का गंदा पानी गलियों में बह रहा है और लोग परेशान हो रहे हैं, तो उन्होंने अधिकारियों से कई बार शिकायत की। जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तब उन्होंने खुद बाल्टी उठाई और 10 फीट गहरे नाले में उतरकर सफाई शुरू कर दी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पार्षद के इस कार्य से उनकी लोकप्रियता और अधिक बढ़ गई है। लोग उन्हें असली जनसेवक के रूप में देख रहे हैं और उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, लोग कर रहे तारीफ
जब पार्षद शालू कनौजिया ने नाले में उतरकर सफाई करना शुरू किया, तब स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। देखते ही देखते यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया।
लोग कमेंट कर रहे हैं:
- “ऐसी होनी चाहिए एक सच्ची जनसेवक।”
- “जब अधिकारी काम नहीं करें, तो नेता को खुद आगे आना चाहिए।”
- “बीजेपी पार्षद शालू कनौजिया को सलाम।”
इस वीडियो के वायरल होने के बाद जलकल विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया और तुरंत अधिशाषी अभियंता नबीला खान मौके पर पहुंचीं।
जलकल विभाग की अधिशाषी अभियंता मौके पर पहुंचीं
जैसे ही पार्षद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तुरंत जलकल विभाग की अधिशाषी अभियंता नबीला खान मौके पर पहुंचीं। उन्होंने पार्षद से सफाई करने से मना किया और जल्द से जल्द सीवर की समस्या हल करने का आश्वासन दिया।
हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पार्षद ने यह कदम नहीं उठाया होता, तो शायद अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं देते।
पार्षद ने पहले भी की थी सीवर सफाई
यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी पार्षद शालू कनौजिया ने खुद सफाई की हो। इससे पहले भी वह अपने क्षेत्र में सीढ़ी लगाकर सीवर की सफाई कर चुकी हैं। उनका कहना है कि, “अगर अधिकारियों से समस्या का समाधान नहीं होता, तो हमें खुद जनता के लिए काम करना पड़ेगा।”
पार्षद के इस कार्य ने उन्हें जनता के बीच एक सच्ची जनसेवक के रूप में पहचान दिला दी है।
जल्द ही हल होगी सीवर समस्या: पार्षद का दावा
वहीं, पार्षद शालू कनौजिया ने कहा कि जलकल विभाग के अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अगले 15 दिनों के भीतर क्षेत्र की सीवर समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा:
“अगर विभाग फिर से लापरवाही करेगा, तो मैं दोबारा नाले में उतरने से पीछे नहीं हटूंगी।“
यह बयान सुनकर जनता ने जोरदार तालियां बजाई और पार्षद के जज्बे को सलाम किया।
निष्कर्ष
बीजेपी पार्षद शालू कनौजिया का यह कार्य पूरे देश के जनप्रतिनिधियों के लिए एक मिसाल है। जब अधिकारी काम करने में असफल रहे, तो उन्होंने खुद नाले में उतरकर सफाई कर डाली।
इस खबर से न केवल उनकी लोकप्रियता बढ़ी, बल्कि प्रशासन पर भी दबाव बना कि वे जल्द से जल्द सीवर की समस्या का समाधान करें।
यह घटना यह संदेश देती है कि जब नेता अपने क्षेत्र के लिए समर्पित होते हैं, तभी जनता को असली राहत मिलती है। अब देखना यह होगा कि जलकल विभाग कब तक इस समस्या का समाधान करता है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. पार्षद शालू कनौजिया कौन हैं?
उत्तर: शालू कनौजिया कानपुर नगर निगम के वार्ड 42 (अंबेडकर नगर) से बीजेपी की महिला पार्षद हैं।
2. पार्षद ने नाले में सफाई क्यों की?
उत्तर: क्षेत्र में डेढ़ साल से सीवर समस्या बनी हुई थी। अधिकारी कोई समाधान नहीं कर रहे थे, इसलिए पार्षद खुद सफाई करने उतरीं।
3. क्या सीवर की समस्या हल हो गई है?
उत्तर: जलकल विभाग ने 15 दिनों में समस्या हल करने का आश्वासन दिया है।
4. क्या पार्षद का वीडियो वायरल हुआ?
उत्तर: हां, यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।