ग़ाज़ियाबाद में कथित गैगरेप और युवती के प्राइवेट पार्ट में बोतल डालने का मामला सनसनीखेज मोड़ पर पहुंच गया है। पुलिस ने इस मामले की गहन जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल, यह केस पूरी तरह से फ़र्ज़ी निकला है। आरोपी युवती, ज्योति सागर, जिसने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, उसे ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि ज्योति ने अपने पति और उसके दोस्तों को फंसाने के लिए यह षड्यंत्र रचा था।
मामले की पृष्ठभूमि
यह मामला तब सामने आया जब ज्योति सागर ने ग़ाज़ियाबाद पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ गैगरेप हुआ है और उसके प्राइवेट पार्ट में बोतल डाली गई है। उसने दीपक चौहान, रोबिन चौहान और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ IPC की संगीन धाराओं के तहत FIR दर्ज कराई। इस शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
हालांकि, जैसे-जैसे पुलिस ने इस मामले की जांच आगे बढ़ाई, कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस ने आरोपियों की घटना के समय की लोकेशन चेक की, जिसमें पता चला कि दीपक और रोबिन उस समय अलग-अलग स्थानों पर मौजूद थे। इसके बाद पुलिस ने ज्योति के बयान पर संदेह जताया और उसकी पिछली गतिविधियों की जांच शुरू की।
ज्योति का पिछला रिकॉर्ड
पुलिस जांच में पता चला कि ज्योति पहले भी ऐसे मामलों में FIR दर्ज करा चुकी है। उसने अपने लिव-इन पार्टनर के खिलाफ एक केस दर्ज कराया था, जिसमें बाद में समझौता हो गया। इसके अलावा, उसने अपने पति के दोस्त वैभव के खिलाफ भी एक केस दर्ज कराया था, जिसमें भी समझौता हुआ था। पुलिस को यह भी पता चला कि ज्योति ने अपने पति को पिस्टल के बल पर शादी करने के आरोप में जेल भिजवा रखा है।
पति और उसके दोस्तों को फंसाने की साजिश
पुलिस का मानना है कि ज्योति ने इस बार अपने पति के दोस्तों को फंसाने के लिए यह षड्यंत्र रचा था। दीपक और रोबिन, जिनके खिलाफ उसने गैगरेप का आरोप लगाया था, उसके पति के करीबी दोस्त हैं। ज्योति का इरादा था कि वह इन दोनों को भी जेल भिजवा दे, लेकिन पुलिस ने उसकी चाल को समय रहते पहचान लिया।
पुलिस ने क्या कहा?
ग़ाज़ियाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारी जांच में यह साबित हुआ है कि ज्योति ने इस मामले को गढ़ा था। उसने अपने पति और उसके दोस्तों को फंसाने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं। हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
समाज में झूठे केस का प्रभाव
यह मामला एक बार फिर समाज में झूठे केस की समस्या को उजागर करता है। ऐसे मामले न केवल निर्दोष लोगों के जीवन को बर्बाद करते हैं, बल्कि सच्चे पीड़ितों के लिए न्याय प्रक्रिया को भी मुश्किल बनाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई ऐसा कदम उठाने से पहले दो बार सोचे।
ज्योति सागर को अब झूठे केस दर्ज कराने और पुलिस को गुमराह करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसके खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है और पुलिस ने सभी पक्षों से सबूत जुटाने का काम शुरू कर दिया है।
ग़ाज़ियाबाद का यह मामला एक बार फिर यह याद दिलाता है कि कानून का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गहन जांच ने इस मामले की सच्चाई सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब यह देखना होगा कि आगे की कार्रवाई में क्या नतीजे सामने आते हैं।
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