ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के जयबाड़ा सेठी साहि गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां 21 वर्षीय युवक सूर्यकांत सेठी ने ऑनलाइन गेमिंग की लत के चलते अपने माता-पिता और बहन की निर्मम हत्या कर दी। यह घटना मंगलवार तड़के करीब तीन बजे की है, जब सूर्यकांत ने अपने 65 वर्षीय पिता प्रशांत सेठी उर्फ कालिया, 62 वर्षीय मां कनकलता और 25 वर्षीय बहन रोसलिन की पत्थरों और भारी वस्तुओं से सिर कुचलकर हत्या कर दी।
जगतसिंहपुर थाना प्रभारी प्रभास साहू के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था, और उसके माता-पिता और बहन इसके विरोध में थे। इस विरोध से नाराज होकर सूर्यकांत ने इस भयानक वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद सूर्यकांत गांव के पास छिप गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उसने खुद स्वीकार किया कि उसने अपने माता-पिता और बहन की जान ली है।
जगतसिंहपुर के एसपी भवानी शंकर उदगाता ने बताया कि आरोपी मानसिक रूप से अस्वस्थ प्रतीत हो रहा है, और पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है। स्थानीय विधायक अमरेंद्र दास ने बताया कि मृतक परिवार ने कुछ समय पहले भूमि विवाद को लेकर उनसे संपर्क किया था।
यह घटना ऑनलाइन गेमिंग की लत के खतरों की ओर इशारा करती है, जो युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संबंधों पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक गेमिंग से व्यक्ति में आक्रामकता, अवसाद और सामाजिक अलगाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि माता-पिता और समाज मिलकर युवाओं को इस लत से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
सरकार और संबंधित संस्थाओं को चाहिए कि वे ऑनलाइन गेमिंग की लत के प्रति जागरूकता फैलाएं और इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक नीतियां बनाएं। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच को बढ़ावा देना भी आवश्यक है, ताकि जरूरतमंद लोग समय पर सहायता प्राप्त कर सकें।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक और चिंता की लहर फैला दी है, और यह समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें ऑनलाइन गेमिंग की लत को गंभीरता से लेना चाहिए और इसके प्रभावों को कम करने के लिए सामूहिक प्रयास करने चाहिए।