Highlight Points
- ✅ प्रदेश में पहली बार शराब की दुकानों का आवंटन क्लस्टर सिस्टम के माध्यम से होगा।
- ✅ आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक ई-नीलामी आयोजित होगी।
- ✅ राज्यभर में कुल 533 क्लस्टर के लिए ई-नीलामी की जाएगी।
- ✅ लगभग 1128 शराब दुकानों के लाइसेंस आज जारी किए जाएंगे।
- ✅ जयपुर शहर के कुल 65 शराब दुकानों की ई-नीलामी होगी।
राजस्थान में पहली बार क्लस्टर सिस्टम से आवंटित होंगी शराब की दुकानें
जयपुर: राजस्थान सरकार ने प्रदेश में पहली बार क्लस्टर सिस्टम के तहत शराब की दुकानों के लाइसेंस आवंटित करने का निर्णय लिया है। आज यानी मंगलवार को राज्य सरकार द्वारा ई-नीलामी (E-Auction) का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कुल 1128 शराब दुकानों के लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
इस बार शराब दुकान आवंटन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए सरकार ने 533 क्लस्टर बनाए हैं, जिनके लिए क्लस्टर सिस्टम के माध्यम से शराब की दुकानें आवंटित की जाएंगी। खास बात यह है कि यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन ई-नीलामी के माध्यम से होगी, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
क्या है क्लस्टर सिस्टम?
क्लस्टर सिस्टम का मतलब यह है कि राज्य सरकार ने अब शराब की दुकानों को अलग-अलग समूह (Cluster) में बांट दिया है। उदाहरण के लिए, एक क्लस्टर में 10 से 15 शराब की दुकानें शामिल हो सकती हैं। इससे दुकानों के आवंटन में पारदर्शिता बनी रहेगी और बोली लगाने वाले व्यवसायियों को एक साथ एक क्लस्टर के लिए बोली लगाने का अवसर मिलेगा।
सरकार का मानना है कि इससे शराब व्यापारियों के बीच प्रतिस्पर्धा कम होगी और शराब दुकानों की नीलामी प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी।
आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक होगी ई-नीलामी
राजस्थान में शराब दुकानों के लिए ई-नीलामी (E-Auction) आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित की जाएगी। इस दौरान जो भी व्यवसायी क्लस्टर सिस्टम के तहत दुकान के लिए सबसे अधिक बोली लगाएगा, उसे दुकान का लाइसेंस प्रदान किया जाएगा।
विशेष रूप से जयपुर शहर में 65 शराब दुकानों के लाइसेंस के लिए ई-नीलामी होगी। वहीं, पूरे राज्य के लिए कुल 1128 शराब दुकान लाइसेंस जारी किए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने 533 क्लस्टर बनाए हैं, जिनकी नीलामी आज पूरी हो जाएगी।
ई-नीलामी में भाग लेने के लिए व्यापारियों को करना होगा ये काम
जो भी व्यापारी या व्यवसायी ई-नीलामी में भाग लेना चाहते हैं, उन्हें सरकार द्वारा दी गई ऑनलाइन पोर्टल वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। इसके बाद उन्हें क्लस्टर के अनुसार बोली लगानी होगी।
बोली प्रक्रिया पूरी होने के बाद:
- जिस व्यापारी की बोली सबसे अधिक होगी, उसे लाइसेंस आवंटित किया जाएगा।
- लाइसेंस प्राप्त करने वाले व्यवसायियों को निर्धारित समय में दुकान खोलने की अनुमति दी जाएगी।
- नीलामी प्रक्रिया के दौरान सरकार ने पूर्ण पारदर्शिता का आश्वासन दिया है।
क्लस्टर सिस्टम से सरकार को होगा भारी राजस्व लाभ
सरकार को उम्मीद है कि इस नई प्रणाली से भारी मात्रा में राजस्व (Revenue) प्राप्त होगा। चूंकि बोली ऑनलाइन हो रही है, इसलिए शराब की दुकानों का आवंटन पूरी तरह पारदर्शी रहेगा।
पिछले सालों में यह देखा गया था कि ऑफलाइन नीलामी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और धांधली की शिकायतें मिलती थीं। लेकिन इस बार सरकार ने ई-नीलामी प्रक्रिया अपनाकर इस तरह के मामलों पर पूरी तरह रोक लगाने का प्रयास किया है।
सरकार का मानना है कि इस प्रक्रिया से:
- ✅ अवैध शराब व्यापार पर लगाम लगेगी।
- ✅ राज्य सरकार को रिकॉर्ड तोड़ राजस्व प्राप्त होगा।
- ✅ शराब दुकानों का आवंटन ज्यादा पारदर्शी रहेगा।
- ✅ बोली लगाने वाले व्यापारियों को बेहतर प्रतिस्पर्धा का माहौल मिलेगा।
जयपुर के 65 शराब दुकानों की होगी नीलामी
राजधानी जयपुर में कुल 65 शराब दुकान लाइसेंस के लिए आज ई-नीलामी आयोजित होगी। इससे पहले शहर के व्यापारियों के बीच भारी उत्साह देखा गया।
सूत्रों के मुताबिक:
- जयपुर शहर के मालवीय नगर, वैशाली नगर, अजमेर रोड, विद्याधर नगर समेत अन्य इलाकों में लाइसेंस आवंटन होगा।
- कई पुराने व्यापारियों ने नई प्रणाली को पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त बताया है।
- शराब व्यापारियों के मुताबिक, इस प्रणाली से उनका व्यापार अधिक बढ़ेगा।
ई-नीलामी से व्यापारियों को होगा लाभ
क्लस्टर सिस्टम के मुख्य लाभ:
- ✅ सरकार को अधिक राजस्व प्राप्त होगा।
- ✅ शराब व्यापार में पारदर्शिता आएगी।
- ✅ छोटे व्यापारियों को उचित प्रतिस्पर्धा का मौका मिलेगा।
- ✅ भ्रष्टाचार और धांधली पर रोक लगेगी।
- ✅ ऑनलाइन नीलामी से सरकारी प्रक्रियाओं में तेजी आएगी।
राजस्थान में पहली बार क्लस्टर सिस्टम के माध्यम से शराब की दुकानों के लाइसेंस आवंटित करने का फैसला राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक यह ई-नीलामी आयोजित होगी, जिसमें 533 क्लस्टर के लिए कुल 1128 शराब दुकान लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और इससे सरकार को राजस्व का भारी लाभ मिलने की उम्मीद है। वहीं, व्यापारियों को भी एक मजबूत और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का मौका मिलेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्लस्टर सिस्टम क्या है?
उत्तर: क्लस्टर सिस्टम का अर्थ है एक साथ 10-15 शराब दुकानों का समूह बनाकर एकल नीलामी प्रक्रिया के तहत उनका आवंटन करना। इससे पारदर्शिता बनी रहती है।
2. ई-नीलामी में कैसे भाग लें?
उत्तर: इच्छुक व्यापारी राज्य सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके बोली लगा सकते हैं।
3. कितनी शराब दुकानों के लाइसेंस जारी होंगे?
उत्तर: इस बार कुल 1128 शराब दुकानों के लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
4. नीलामी प्रक्रिया कितने समय तक चलेगी?
उत्तर: आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक यह ई-नीलामी चलेगी।
5. सरकार को कितना राजस्व मिलेगा?
उत्तर: अभी तक सरकार ने इसका आंकड़ा स्पष्ट नहीं किया है, लेकिन अनुमान है कि करोड़ों रुपये का राजस्व मिलेगा।