हाइलाइट्स:
- आगरा में दो बीजेपी नेताओं के बीच जमकर हुई बहस और हाथापाई
- लोकतंत्र सेनानी की शवयात्रा के दौरान रास्ता देने को लेकर हुआ विवाद
- बीजेपी विधायक जीएस धर्मेश और रामबाबू हरित में तीखी नोकझोंक के बाद मारपीट
- वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, पार्टी के भीतर खलबली
- पार्टी आलाकमान ने रिपोर्ट मांगी, अनुशासनहीनता पर होगी कार्रवाई
आगरा में बीजेपी नेताओं के बीच भिड़ंत, शवयात्रा में हुआ बवाल
आगरा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच उस समय अप्रत्याशित विवाद छिड़ गया जब लोकतंत्र सेनानी की शवयात्रा के दौरान रास्ता देने को लेकर कहा-सुनी हो गई। यह विवाद इतना बढ़ गया कि बीजेपी विधायक जीएस धर्मेश और पूर्व विधायक रामबाबू हरित के बीच हाथापाई हो गई। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह घटना तब घटी जब लोकतंत्र सेनानी की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी। शवयात्रा के दौरान मार्ग में व्यवधान उत्पन्न हुआ और बीजेपी के दोनों नेता आपस में उलझ पड़े। पहले तो यह सिर्फ वाद-विवाद तक सीमित रहा, लेकिन कुछ ही देर में यह नोकझोंक हाथापाई में बदल गई। मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों नेताओं को अलग करने का प्रयास किया, लेकिन तब तक विवाद कैमरे में कैद हो चुका था।
वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस घटना का वीडियो कुछ ही समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो गया। ट्विटर (X), फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप्स में इस वीडियो को हजारों लोगों ने शेयर किया और भाजपा नेताओं की इस हरकत पर तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। लोगों ने इसे “लोकतंत्र की मर्यादा का उल्लंघन” बताया और पार्टी की छवि पर बुरा असर डालने वाला कृत्य कहा।
आगरा में बीजेपी विधायक जीएस धर्मेश और रामबाबू हरित में हाथापाई, शवयात्रा के दौरान दोनों नेताओं की भिड़ंत का वीडियो वायरल हो गया, लोकतंत्र सेनानी की शवयात्रा में साइड देने को लेकर हुई भिड़ंत चर्चा में !! #ViralVideo #Agra #TrendingNews #Trendingvideo pic.twitter.com/N7r6f6byzE
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) March 25, 2025
बीजेपी आलाकमान ने मांगी रिपोर्ट
भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। पार्टी ने आगरा जिला अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं से पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
विपक्ष ने कसा तंज
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी दलों ने भाजपा पर तंज कसा है। समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस (Congress) के नेताओं ने कहा कि “भाजपा के नेता अब सार्वजनिक जगहों पर भी आपस में भिड़ रहे हैं, इससे साफ है कि पार्टी में अंदरूनी कलह चरम पर है।”
राजनीतिक माहौल पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं आगामी चुनावों में भाजपा की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं। बीजेपी के लिए यह वक्त आत्ममंथन का है कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों बन रही है कि उनके ही नेता एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
- भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जांच कमेटी का गठन किया जा सकता है।
- दोनों नेताओं से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
- अनुशासनहीनता के आधार पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
- इस घटना से पार्टी की छवि को सुधारने के लिए डैमेज कंट्रोल किया जाएगा।
यह घटना बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। जहां पार्टी अनुशासन और संगठन की मजबूती का दावा करती है, वहीं इस तरह की घटनाएं उसकी छवि को धूमिल कर सकती हैं। अब देखना यह होगा कि पार्टी इस विवाद को किस तरह संभालती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई करती है।
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